Rakesh rakesh

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लेखनी प्रतियोगिता -25-Mar-2023 कर्म हीन मनुष्य

उत्तराखंड में एक ऐसा गांव था जो चारो तरफ से जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ था। उस गांव में बंसी नाम के एक लड़के को लोग लकीमैन कर कहकर पुकारते थे। क्योंकि वह अपना या दूसरों का कोई भी काम करता था तो वह हमेशा सफल होता था।


उसके मां-बाप भी उसके लक पर गर्व करते थे, इसलिए उसे हाई सेकेंडरी पास करने के बाद भी नौकरी ढूंढने से मना करते थे। वह समझते थे कि एक दिन उसे बहुत बड़ी नौकरी खुद मिल जाएगी।

उन्हीं दिनो गांव के पास वाले जंगल में एक शेर आदमखोर हो जाता है। आदमखोर शेर सीढ़ी नुमा खेत में काम करते हुए दो किसानो को मार कर उनका खून पी जाता है।

 इस घटना के बाद पूरे गांव और आसपास के गांव में आदमखोर शेर की दहशत फैल जाती है। गांव के लोग फॉरेस्ट विभाग को शेर के आतंक की सूचना देने जाते हैं, तो फॉरेस्ट ऑफिसर कहता है कि "इस काम के लिए आप लोगों को दो तीन दिन रुकना पड़ेगा, क्योंकि फॉरेस्ट विभाग के दो काबिल कर्मचारी छुट्टी पर गए हुए हैं। इसलिए कर्मचारी देहरादून से बुलाने पड़ेंगे।"

यह सुनने के बाद गांव के लोग गांव में आ कर  विचार विमर्श करके फैसला लेते हैं कि आदमखोर शेर का आतंक खत्म करने के लिए हमे लकी मैन की मदद लेनी पड़ेगी क्योंकि हम जब आदमखोर शेर के आतंक का अंत करने जब कल रात जंगल में जाएंगे तो लकी मैन के लक कि वजह से आदमखोर शेर हमारा बाल भी बांका नहीं कर पाएगा। 

लकी मैन और उसके मां-बाप भी गांव वालो के इस फैसले पर और ज्यादा गर्व महसूस करते हैं।

उन्हीं दिनो एक सिद्ध साधु अपनी मंडली के साथ गांव के प्राचीन मंदिर में ठहरे हुए थे। वह सिद्ध साधु अपनी मंडली के साथ गंगोत्री से गंगा स्नान करके आए था।

जिस रात गांव के लोग पूरी तैयारी करके जंगल जाने वाले थे, उसी रात आदमखोर शेर लकी मैन के पिता को गांव के बाहर जान से मार कर उनका खून पी जाता है। 

इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत फैल जाती है। गांव के लोग आपस में बाते करने लगते हैं कि लकी मैन का अब लक कम हो गया है। वह अपने लक से अपने पिता की  जान भी नहीं बचा पाया। तो हमारी क्या जान बचाएगा।

लकी मैन के लक की बात उड़ते उड़ते सिद्ध साधु के कानों तक पहुंच जाती है। सिद्ध साधु अपने मन में सोचता है कि "इस समस्या का तो हल करना पड़ेगा। और गांव में जाकर गांव वालो के सामने लकीमैन से कहता है कि "मैं तुम्हारा लक और तेज करने का एक उपाय बताऊंगा।"

 लकी मैन और गांव की भलाई के लिए गांव वाले सिद्ध साधु से कहते हैं कि 'आप लकी मैन को उपाय बताएं उस उपाय को पूरा करने में पूरा गांव लकी मैन का पूरा साथ देगा।"

सिद्ध साधु गांव वालों से कहते है कि 'लकी मैन को एक वर्ष तक ऐसे कमरे में अकेले रहना पड़ेगा जिस कमरे में रोशनी की एक भी किरण अंदर नहीं आती हो। और रात को जो भी मनुष्य छोटी खिडकी से लकी मैन को खाने पीने का सामान देगा वह अपना चेहरा लकी मैन को बिल्कुल भी नहीं दिखाएगा।"

सिद्ध साधु जब यह उपाय लकी मैन को बता रहे थे, तो उसी समय वहां फॉरेस्ट ऑफिसर अपने कर्मचारियों के साथ उस आदमखोर शेर को पकड़ने आ जाता है। 

गांव वाले खुश हो जाते हैं कि सिद्ध साधु के उपाय बताने से ही लकी मैन का लक तेज होने लगा है, इसलिए फॉरेस्ट ऑफिसर उसके पिता की मौत का बदला आदमखोर  शेर से लेने गांव में आ गया है।

 सिद्ध साधु अपने चेलों से कहकर जिस कमरे में लकी मैन को एक बरस रहना था उस कमरे को पूरा खाली करवा कर कमरे में जमीन पर बिस्तर लगवा देते है। और लकी मैन को बहुत से कोरे कागज दावत कलम देते है। और लकी मैन से कहते है कि "जब रात को कोई भी मनुष्य तुम्हें खाना पानी देने आए, तो इस कोरे कागज पर कलम से काला कर के रोज एक कागज खिड़की से बाहर फेंकते रहना।"

 रात को जब लकी मैन कोरे कागज को कलम से काला करके या कुछ लिखकर बाहर फेंकता था, तो सिद्ध साधु उस कागज को अपने पास संभाल कर रख लेते थे।
और फिर तीन महीने के अंदर ही वह सारे कागज खत्म हो जाते हैं।
 
एक वर्ष बाद जब लकी मैन उस कमरे से बाहर आता है, तो देश विदेश की मीडिया लकी मैन को घेर लेती है। क्योंकि लकी मैन ने तीन महीने में एक महान उपन्यास की रचना कर दी थी। वह एक महान लेखक के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो चुका था। 

इस घटना के बाद गांव के लोग और लकी मैन सिद्ध साधु के चमत्कार को नमस्कार करने लगते हैं।

 तो सिद्ध साधु सब के सामने लकीमैन से कहते हैं कि "यह कोई मेरा चमत्कार या   तुम्हारे लक का कमाल नहीं है। यह तो तुम्हारी काबिलियत का ईनाम है। मैंने जो कोरे कागज तुम्हें काले करने के लिए दिए थे। तो तुमने एक सप्ताह तक तो उस पर बच्चों जैसे कीड़े मकोड़े बनाए, फिर तुमने , एक सप्ताह बाद एक महान उपन्यास की रचना का शुभारंभ कर दिया था। इसलिए जीवन में एक बात सदा याद रखना कि भाग्य का जनक होने से कर्म ही श्रेष्ठ है। दूसरे शब्दों में कहें तो कर्म फल ही भाग्य है कर्म से ही भाग्य का निर्माण होता है, कर्म श्रेष्ठ है। यह लक्की का रहस्य है।"

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6 Comments

👌👌👌

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प्रिशा

26-Mar-2023 10:52 AM

👌👌👌

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Seema Priyadarshini sahay

25-Mar-2023 11:54 PM

बहुत सुंदर लिखा

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